कोविड. 19 और डायरेक्ट सैलिंग चुनौतियां व उपाय

कोविड. 19 और डायरेक्ट सैलिंग चुनौतियां व उपाय

डायरेक्ट सैलिंग व्यवसायियों को इस संकट काल में उपभोक्ताओं द्वारा मध्य मार्च में आवश्यक व गैर आवश्यक वस्तुओं की खरीद से कुछ राहत मिली । उन व्यवसायियों ने समयानुसार ढलते हुए ऑनलाइन ट्रेनिंग व वैबिनारों के उपयोग से अपनी गति विधि बनाये रखी ।

चुनौतियां

अप्रैल से व्यवसायियों को कुछ अवरोधों का सामना करना पड़ा जो कि आगे भी कुछ समय तक जारी रहेंगे । अब इस व्यवसाय का जोर आमने सामने मिलन द्वारा बिक्री से ऑनलाइन बिक्री की ओर हो गया है । जिस के लिए व्यवसायियों को अपनी सूचना प्रद्यौगिक संरचना को बढ़ाने में निवेश करना पड़ेगा जिससे कि ट्रेनिंग्स ओर बिक्री को बढ़ाया जा सके । माल ढुलाई के साधनों की अनुपलब्धि भी चिंता का विषय है जिस के कारण गोदामों में रखे उत्पादों के सड़ जाने का खतरा है । खाद्यव आवश्यक वस्तुओं की परिभाषा हर राज्य अलग है । इसके व मजदूरों के पलायन के कारण स्थिति असंतोषजनक हो गयी है ।

अनुसंशाएँ

अब व्यवसायियों को आखरी मील से जुड़ाव की ओर ध्यान देना पड़ेगा। इसके लिए नित प्रतिदिन अपने नए उपाय खोजने होंगे। वित्तीय अनुशासन की पालना करनी होगी। व्यापार व हालात के सामान्य होने तक अपने कर्मठ कार्यकर्ताओं को साथ रखना होगा। डायरेक्ट सैलरों को भी अपनी टीम को निरंतर प्रेरित करते रहना होगा जिससे व्यवसायिक गतिविधियां निर्बाध चलती रहे। व्यापारिक सहयोगियों की आर्थिक आवश्यकताओं की पूर्ती भी निरंतर करते रहना पड़ेगा!

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