प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग बढ़त की ओर

प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग बढ़त की ओर

महामारी के वर्ष 2020  ने विश्व अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया था । व्यवसायों को नुकसान हुआ जिसके परिणामस्वरूप छंटनी और वेतन में कमी आई लेकिन एक उद्योग ने बहादुरी से स्थिति का सामना किया।  वह है  भारतीय प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग जिसने न केवल अपनी गति बनाए रखी बल्कि कई मामलों में महामारी-पूर्व के स्तर को भी पार कर लिया। डायरेक्ट सेलिंग की सफलता का कारण इसके संचालन का लचीलापन है। एक प्रत्यक्ष विक्रेता एक कर्मचारी नहीं बल्कि एक उद्यमी के समान होता है।

“एक डायरेक्ट सेलिंग कंपनी को,  अपने विचारशील और अच्छी तरह से तैयार किए गए डायरेक्ट सेलिंग प्रोग्राम के साथ देश के विकास और अपने डायरेक्ट सेलर्स के जीवन में,  योगदान देना चाहिए। प्रत्यक्ष विक्रेताओं को अपने प्रयासों के लिए शिक्षा, प्रशिक्षण, प्रेरणा और निश्चित रूप से पुरस्कार की आवश्यकता होती है। बेचे जा रहे उत्पाद प्रयोग करने योग्य, किफायती और जेब के अनुकूल होने चाहिए।” ये वे मूल्य हैं जिन्हें अल्टोस ने पोषित और प्रेरित  किया है”,   ALTOS  के प्रबंध निदेशक श्री अंशेक गुप्ता ने कहा। “हर बीतते दिन के साथ, हम नए उत्पाद जैसे कॉस्मेटिक्स, ग्रोसरी, मेडिसिन्स आदि लॉन्च कर रहे हैं।  हमारे उत्पाद किफायती और जेब के अनुकूल भी हैं। यहां तक ​​कि एक आम भारतीय उपभोक्ता भी हमारे  300 से अधिक उत्पादों के गुलदस्ते को खरीदना वहन कर सकता है और उसका उपभोग कर सकता है” ।

ALTOS के बारे में बात करते हुए, श्री अभिषेक गुप्ता कहते हैं, “हमारा मूल आदर्श वाक्य ‘स्वास्थ्य और कल्याण है”, यह हमारा उद्देश्य है कि हम सभी भारतीयों के स्वास्थ्य की कामना करते हैं और साथ ही साथ उनका विकास भी करते हैं।” उनको पूर्ण विश्वास है कि  सुनिश्चित रूप से  भारतीय प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग कई गुणा  बढ़ने के लिए बाध्य है और ऐसा ही ALTOS   भी करेगा।