एफ एल पी शीर्ष लीडर श्री पंकज गुप्ता से साक्षात्कार

एफ एल पी  शीर्ष लीडर श्री पंकज गुप्ता से साक्षात्कार

फारएवर लिविंग प्रोडक्ट्स के शीर्ष लीडर श्री पंकज गुप्ता ने पुरानी यादों को ताजा करते हुए कुमारी प्रियंका शर्मा को बताया कि भारत सरकार के विभिन्न विभागों मे  28 वर्षों की नौकरी के उपरांत् 1999 में एम् एल एम की  पारी शुरू करने का अनुभव वैसा ही था जैसे कोई बैट्समैन अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल रहा हो। 18 .12 .2004 को फॉरएवर लिविंग प्रोडक्ट्स में जाने की प्रेरणा मिली विख्यात लेखक श्री पाल जैन  पिल्जेर की पुस्तक ‘‘द नेक्स्ट ट्रिलियन डॉलर‘पढ़ कर। तब से पीछे मुड़ कर नहीं देखा और न केवल करोड़ों रुपये कमाते हुए  21 देशों की यात्रा कीअपितु सुंदर घर, महंगी कार के मालिक होने के साथ साथ दो होनहार शिक्षित बच्चों के गर्वित पिता भी हैं। पर शीर्ष पर पहुँचाने का सफर आसान नहीं है और उससे भी अधिक कठिन है बढ़ती हुई स्पर्धा में शीर्ष पर अडोल रहना।

अपनी सफलता में अपनी टीम व सहयोगियों के योगदान के लिए उनकी प्रशंसा करते हुए मैनेजमेंट की इस परिभाषा को देते हैं जिसके अनुसार मैनेजमेंट बना है मैनेज मी और मैनेज मैन। टीम प्रबंधन हेतु यह आवश्यक है कि उनके प्रबंधन से पूर्व स्वयं को प्रबंधित करना। सफल ने तृत्व का मन्त्र है अपने सहयोगियों का मार्ग दर्शन व उचित प्रोत्साहन और उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देना। इन्हीं गुणों के कारण आप की टीम आपका समर्थन करेगी और आपको शीर्ष की ओर धके लिगी।इसके साथ साथ समयानुसार नए नए उपायों को अपना ना जैसे कि कोरोना के उपरान्त हमने वास्तविक मीटिंगों की जगह जूम मीटिंगों को अपनाया । वे एफ एल  पी के कंट्री सेल्स मैनेजर श्री हरी सिंग्ला, एफ एल पी  इंटरनेशनल की वाईस प्रेजिडेंट श्रीमति नवाज घासवाला और सी ई ओ स्र्वगीय श्री रेक्स मॉन के भी अनुग्रही हैं जिनकी नीतियों व उद्देश्यों को जानकर उन्हें पूर्ण विश्वास होग या कि एफ एल पी से बेहतर कुछ हो ही नहीं सकता।

यह पूछने पर कि अपने परिवार और कार्य क्षेत्र में संतुलन कैसे रखते हैं तो मुस्कराते हुए कहते हैं कि भविष्य की सुन्दर विशाल इमारत को बनाने में उसकी मजबूत नींव का बड़ा हाथ होता है।उन्होंने भी सरकारी नौकरी में अपनी जीवन रुपी इमारत की नींव रख दी थी।अपनी नौकरी के साथ साथ पारिवारिक जिम्मेदारियों को भी पूरा करना और एफ एल पी के लिए काम करना लगभग पहाड़ पर चढ़ने जैसा था ।उनको इस बात की संतुष्टि है कि यह सब सफलता पूर्वक पूरा करने के लिए उनके परिवार ने उनका पूरा सहयोग किया।शुरू के दो वर्षों में उनके लिए शनिवार और रविवार भी कार्य दिवस थे।आज उस नींव का नतीजा है कि वे अपने परिवार को न केवल धन से अपितु क्वालिटी टाइम भी दे रहे हैं और उनकी दिन चर्या संतुलित है।

नए व उभरते हुए डायरेक्ट सेलरों को उनका सन्देश है कि सिकुड़ती हुई नौकरियों के चक्कर में न पड़ कर एम् एल एम  जैसे एक स्वतंत्र व्यवसाय चुनें क्यूंकि यही अब भविष्य का व्यवसाय है जोकि आपकी जरूरतों को ही नहीं अपितु सपनों व सुखद और वैभवशाली जीवन का अवसर भी प्रदान करता है बशर्ते आपके द्वारा चुनी हुई कंपनी की दूर दृष्टि, उद्देश्य व उत्पाद नीति वश्रेष्ठ हों और आपकी अपलाइन के पास एक अच्छे नेतृत्व की क्षमता हो।अब तो सरकार भी इस व्यवसाय को प्रोत्साहित कर रही है।साथ ही साथ डायरेक्ट सेल्लिंग टुडे के भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने अपने साक्षात्कार के लिए धन्यवाद भी किया।

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